कोरोना महामारी के चलते 29 वां आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन हुआ स्थगित
प्रतापगढ़ : आदिवासी एकता परिषद विगत 29 वर्षो से आदिवासी जीवनमूल्य, जीवनदर्शन, एवं जीवन – शैली को मध्य नजर रखते हुए प्रकृति मुक्ती- प्रकृति सुरक्षा एवं मानव मुक्ती की किस्म की असमानता- भेद-शोषण मुक्त समाज बनाने के लिए वैचारिक आंदोलन चला रहा है। इसके प्रचार- प्रसार के लिए देश के अलग-अलग राज्य में आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन आयोजित किया जाता है। प्रति वर्ष 13-14-15 जनवरी 2022 को राजस्थान के प्रतापगढ़ में 29 वां आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन आयोजित होना प्रस्तावित था, जिसकी सम्पूर्ण तैयारियां प्राय: हो चुकी थी, किन्तु विश्वव्यापी कोरोना /ओमीक्रोन महामारी के चलते असमंजस्य की स्थिति बनी हुई थी,
इस कारण आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन को लेकर आदिवासी एकता परिषद के प्रमुख कार्यकर्तांओं मिटिंग आज दिनांक 11 जनवरी, 2022 को प्रातः 11:30 बजे से प्रतापगढ़ में आयोजित की गई । जिसमें महासम्मेलन को लेकर सभी पहलुओं पर गंभीरता पूर्वक विचार मंथन किया गया। आदिवासी एकता परिषद की सोच वैश्विक मानवतावादी और प्रकृति के साथ संवादिता रखने की है । इसलिए कोरोना महामारी की गंभीरता को देखते हुए मानव, समाज व देश हित में सर्वसहमति से निर्णय लिया गया कि आदिवासी एकता परिषद के 29 वें आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन को कोरोना महामारी की विकट परिस्थितियां सामान्य होने तक स्थगित किया जाता है। आगामी समय में कोरोना महामारी की स्थितियां सामान्य होने पर यह महासम्मेलन राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में ही होगा। जिसकी तिथि ( दिनांक ) से अध्यक्ष मंडल की बैठक में निर्णय लेकर अवगत कराया जाएगा।